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Showing posts from 2017

हिंदी का दर्द नहीं समझ सकता कोई

न जाने किस कोने में चुप-चाप सी रहती है वो, बोलती तो है मगर कभी-कभी चुप सी हो जाती है वो, इस युग के लोगों ने उसे कोई अहमियत ही नहीं दी और न ही देना चाहती है क्यूंकि वो आपके क्लास को कम कर देती, आपके दर्जे और आपकी वैल्यू को कम कर देती है, कभी-कभी वो बहुत बोलती, बेइंतेहा बोलती है, क्यूंकि वो खुद को भारत में आज़ाद महसूस करती हैं मगर वो उस वक्त चुप हो जाती है जब ये अंग्रेजी आकर टिपिर-टिपिर करने लगती है , और खुद को बहुत महत्वपूर्ण बताती है. अब आप सोच रहें होंगे की आखिर वो कौन है तो  जो अपने देश में आजाद होकर भी कैद हो जाती है. तो आपको बता देती हूँ कि वो कोई और नहीं बल्कि नहीं हमारी मात्र भाषा हिंदी है. जो अपना दर्द बयां कर रही  हैं.  हिंदी कैसे शर्मसार करती है--   आपने दर्द को बयां करते हुए हिंदी ने कुछ ये बताया कि हिंदी सच में बहुत अलग है उसकी सोच, उसकी सज्जा, उसकी अहमियत , उसके शब्द मगर ये कंपनी ये बड़े लोग, ये क्लास वाले लोग उसे नहीं समझ सकते, क्यों? क्यूंकि हिंदी में बोलना उन्हे अखरता है, हिंदी बोलन उनके स्टेटस को सूट नहीं करता, हिंदी उन्हें शर्मसार कर देती है. सिर्फ इसलिय क्यूंकि

माँ सोशल मीडिया पर है मगर घरों में नहीं... मदर डे स्पेशल

14 मई का दिन हर माँ के लिए सबसे खास दिन बन जाता है और वो भी तब जब इस माँ के लिए साल में एक बार भी छुट्टी नहीं होती. आज के इस अवसर पर सभी लोग सोशल मीडिया पर और घरों में माँ के प्यार और माँ के सब्र को बहुत ही अहमियत दे रहें हैं. कोई घरों में माँ के लिए सेलिब्रेट कर रहा हैं तो उनके लिए सरप्राइज प्लान कर रहा है. हर कोई अपनी माँ को आज स्पेशल फील करने के लिए कुछ ना कुछ करने की सोच रहा है. करे भी क्यों ना माँ होती ही है इतनी स्पेशल. http://aapkikhabar.com/17689/Mother-is-on-the-social-media-but-not-in-the-house पुरे साल एक यही तो दिन आता है जब हर बच्चे को एहसास  होता है कि माँ क्या है. लेकिन वहीँ कुछ  लोगों का मानना है कि सोशल मीडिया पर माँ के प्रति जो प्यार हम प्रकट कर रहें है वो सब महज एक दिखावा ही . एक बार मान भी लिया जाए की ये सब एक दिखावा है. इस दिखावे के ज़रिये ही सही कम से कम उन लोगों को ये तो समझ आएगा जो माँ की एहमियत को नहीं समझते, माँ के प्यार को नहीं समझते, कम से कम वो लोग  सोशल मीडिया पर दिखावे वाले प्यार को देखकर ही  अपने माँ के प्रति कुछ तो एहसास हुआ होगा शायद इस दिखावे